जगुआर आई-पेस बैटरियों द्वारा शून्य-उत्सर्जन वाली एनर्जी

जगुआर आई-पेस बैटरियों द्वारा शून्य-उत्सर्जन वाली एनर्जी 19 मार्च 2022: जगुआर की इंजीनियरिंग टीम ने शून्य-उत्सर्जन ऊर्जा भंडारण यूनिट को विकसित करने के लिए प्रामैक के साथ मिलकर काम किया है। इस यूनिट को सेकंड लाइफ जगुआर आई-पैस बैटरीज से पावर मिलती है, जिन्‍हें मॉडल और इंजीनियरिंग टेस्ट वाहनों से लिया जाता है। इस तकनीक को ऑफग्रिड बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (ईएसएस) कहा जाता है। प्रामैक की इस तकनीक से दूसरी बार उपयोग में जगुआर आई पेस बैटरी को लिथियम आयन सेल्स से पावर मिलती है। यह वहाँ शून्य कार्बन का उत्सर्जन करने वाली ऊर्जा की आपूर्ति करती है, जहाँ मेन सप्लाई तक पहुँच या तो बहुत सीमित होती है या बिलकुल नहीं होती है। इस क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए ब्रिटेन और स्पेन में परीक्षण के दौरान यूनिट ने 2022 एबीबी एफआईए फ़ॉर्मूला- ई वर्ल्ड चैंपियनशिप की तैयारी में मदद की। इस यूनिट का इस्तेमाल टीम के आधुनिक जाँच उपकरणों और रेसिंग कार की ट्रैक परफॉर्मेंस का विश्लेषण करने के लिए किया गया। इसके अलावा इस यूनिट से जगुआर पिट गैरेज को सहायक ऊर्जा की सप्लाई भी की गई। जगुआर टीसीएस रेसिंग की ऑफग्रिड बैटरी ईएसएस का सत्यापन और वैधता का प्रदर्शन रेस-टु-रोड-टु-रेस चक्रीय तकनीक के ट्रांसफर का प्रदर्शन है। इससे आई-पेस के उपभक्ताओं के लिए जगुआर टीसीएस रेसिंग की सूचनाओं को सॉफ्टवेयर ओवर द एयर (एसओटीए) अपडेट की पहले ही जानकारी दी गई जिससे रेसिंग कारों की क्षमता में 20 किमी की वास्तविक बढ़ोतरी हुई। अब ऑफग्रिड बैटरी ईएएस का अन्य कई उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल हो रहा है, जिसके इर्द-गिर्द रेसिंग टीम की परफॉर्मेंस घूमती हैं। रोम में 9 और 10 अप्रैल को फ़ॉर्मूला-ई वर्ल्ड चैंपियनशिप के चौथे और पाँचवें राउंड को हरी झंडी दिखाई गई फ्लैगशिप ईएसएस सिस्टम की क्षमता 125 किलोवॉट की है। यह जगुआर की तरह-तरह के इनाम जीतने वाली ऑल इलेक्ट्रिक आईपेस परफॉर्मेंस एसयूवी को पूरी तरह चार्ज करने के लिए पर्याप्त है। ईएसएस सिस्टम से एक हफ्ते के लिए किसी परिवार और घर की बिजली संबंधी जरूरतें पूरी की जा सकती हैं। सोलर पैनल से चार्ज होने वाली यह यूनिट एक स्वनियंत्रित समाधान है, जिसमें एक द्वि-दिशात्मक कन्वर्टर के साथ सम्बद्ध एक बैटरी सिस्टम और सम्बंधित नियंत्रण प्रबंधन सिस्टम होती है। व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए यह किराए पर उपलब्ध हैं। इन यूनिट्स को जबर्दस्त कंट्रोल के साथ टाइप-2 इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्ज कनेक्शन से जोड़ा गया है। इलेक्ट्रिक व्हीकल को चार्ज करने के लिए इसे 22 किलोवॉट एसी की रेटिंग दी गई है। वाहनों से निकाल देने के बाद बैटरियों को दोबारा इस्तेमाल करने के योग्य बनाने से समय से पहले रिसाइलिंग से बचा जा सकता है और दुर्लभ सामग्रियों के सुरक्षित आपूर्ति पैदा करने में मदद मिल सकती है। जगुआर आई-पेस में लगाई गई 90 किलोवॉट प्रति घंटे की आधुनिक लिथियम-आयन बैटरी 294 किलोवॉट की पावर और 696 एनएम का टॉर्क प्रदान करती है। इससे कार केवल 4.8 सेकेंड में 0-100 किलोवॉट प्रति घंटे की स्पीड पकड़ने में सक्षम होती है। यह बैटरी अपनी शानदार परफॉरमेंस और क्षमता प्रदर्शन के साथ स्थायित्व के लिए विकसित की गई है । आई-पेस के उपभोक्ताओं को 8 साल या 1 लाख 60 हजार किमी तक गाड़ी चलाने की वॉरंटी का लाभ मिलता है। इस दौरान इसे कम से कम 70 प्रतिशत अच्छी स्थिति में रहना चाहिए। एडवांस इंजीनयरिंग ने आई-पेस की बैटरी को दूसरी बार इस्तेमाल के लिए परफेक्ट बना दिया है। यहाँ तक कि इसे तीसरी बार भी इस्तेमाल किया जा सकता है। जब बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन के संचालन के लिए फिट नहीं रहती है तो इसे उन जगहों पर प्रयोग किया जाता है, जहाँ बिजली कम आती है। एक बार बैटरी की जिंदगी इस्तेमाल के लिहाज से खत्म हो जाने के बाद यह 95 फीसदी रिसाइक्लिंग के योग्य होती है। प्रामैक जैसे इंडस्ट्री लीडर्स के साथ साझेदारी कर जगुआर टीसीएस रेसिंग ने फ़ॉर्मूला-ई की थर्ड जेनरेशन के युग के दीर्घकालीन भविष्य के प्रति प्रतिबद्धता जताई है। यह टीम जगुआर लैंड रोवर को नई स्थायी तकनीक के विकास में मदद देगी। साझीदारों के साथ काम करते हुए गुणवत्ता के क्षेत्र में नए मानक बनाएगी। यह 2025 से ऑल इलेक्ट्रिक लग्जरी ब्रैंड के रूप में जगुआर के फिर से उभरने में पूरी तरह सहायता प्रदान करेगी। जगुआर लैंड रोवर में सर्कुलर इकोनॉमी टीम के बैटरी मैनेजर, एंड्रयू व्हिटवर्थ ने कहा कि, “यह घोषणा इस बात की शानदार मिसाल है कि किस तरह अपने भविष्य में स्थायित्व लाने और वास्तविक चक्रीय अर्थव्यवस्था को हासिल करने के लिए हम अपने सहयोगियों के साथ साझेदारी में काम करेंगे। हम जगुआर आई-पेस की बैटरियों को दूसरी बार प्रयोग करने के लिए प्रामैक के साथ काम करके काफी उत्साहित है, जो पोर्टेबल रूप में शून्य उत्सर्जन की ताकत देती है। जगुआर लैंड रोवर ने इस सीजन में टीसीएस रेसिंग प्रतियोगिता के आयोजन का समर्थन दिया। कंपनी के पास इन यूनिटों की क्षमता का प्रदर्शन करने का यह बेहतरीन अवसर था।” जगुआर टीम रेसिंग के टीम प्रिंसिपल, जेम्स बार्कले ने बताया कि, "फ़ॉर्मूला-ई अपनी शुरुआत के बाद दुनिया का पहला शून्य कार्बन उत्सर्जन स्पोर्ट्स इवेंट हैं। जगुआर टीसीएस रेसिंग कार्बन उत्सर्जन में सुधार करने पर ध्यान देता रहा है। इसके स्टोरेज सिस्टम का प्रयोग हमें नए अक्षय ऊर्जा का समाधान उपलब्ध कराता है। जगुआर–आई पेस की बैटरियों को दूसरी बार प्रयोग इस स्थायी चक्र को पूरा करने में मदद मिलती है। यह नए-नए प्रॉडक्ट्स बनाने के मिशन में टीम का उत्साह दर्शाता है।” प्रामैक के निदेशक, डैनी जोंस ने कहा कि, “जगुआर लैंड रोवर के साथ करीबी सहयोग से काम करने का सौभाग्य मिला है। जगुआर लैंड रोवर इस सफर में देश में हमारा बेहद महत्वपूर्ण सहयोगी है। इस साझेदारी से हमें मजबूत और ताकतवर वाहनों के निर्माण में मदद मिली है। इसके साथ ही हम बैटरी को दूसरी लाइफ देने के ईवी मॉडयूल्स का इस्तेमाल कर बिजनेस के लिहाज से व्यावाहरिक बनाते हैं। बिजली बचाने में सक्षम और कार्बन को कटौती करने की तकनीक के निर्माता के तौर पर स्थिरता की कहानी में नया तत्व जुड़ा है। हम जगुआर लैंड रोवर के साथ अपने सफर को बरकरार रखने के इच्छुक हैं। जगुआर लैंड रोवर के अपनी श्रेणी में अव्वल दर्जे के वाहनों के विद्युतीकरण में मदद के लिए प्रामैक नए-नए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर सोल्यूशंस मुहैया कराएगा।” ------------------------------------------------------------------- JLR Jaguar Land Rover Dany Jons

Comments

Popular posts from this blog

नए अल्ट्रा-हाई टैक्स की वजह से विदेशी अवैध ऑनलाइन गेम्स का रुख कर रहे भारतीय

फिक्की एफएलओ ने महिला उद्यमियों को सशक्त करने के लिए सिलीगुड़ी चैप्टर लांच

मुट्ठीभर बादाम से भारतीय परिवारों की प्रोटीन की आवश्यकता पूरी होती है -मास्टरशेफ विजेता पंकज भदौरिया