छठें चरण में 65 प्रतिशत संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र
छठें चरण में 35 प्रतिशत उम्मीदवारों की शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं के बीच
“छठें चरण में 65 प्रतिशत संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र”
“महिला उम्मीदवारों के प्रतिशत में भी गिरावट”
उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच एसोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के छठें चरण में चुनाव लड़ने वाले 676 में से 670 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया है जो 57 निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे है। वही 6 उम्मीदवारों का शपथपत्र स्पष्ट ना होने के कारण उनका विष्लेषण नहीं किया जा सका।
उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामले 670 में से 182 (27 %) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये है वहीं गंभीर आपराधिक मामले 151 (23 %) है। उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामले दलवार इस प्रकार है समाजवादी पार्टी के 48 में से 40 (83 %), बीजेपी के 52 में से 23 (44 %), काग्रेस के 56 में से 22 (39 % ) बसपा के 57 में से 22 (39 %), और 51 में से 7 (14 % ) आप पार्टी के उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषत किये हैं। वही गंभीर आपराधिक मामले दलवार समाजवादी पार्टी के 48 में से 29 (60 %), बीजेपी के 52 में से 20 (39 %), काग्रेस के 56 में से 20 (36 % ), बसपा के 57 में से 18 (32 %) और 51 में से 5 (10 % ) आप पार्टी के उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये है। छठें चरण में उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामलों में पहले स्थान पर बहुजन समाज पार्टी से सुधीर सिंह हैं जो गोरखपुर के सहजनवा विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं जिनके ऊपर 26 मामले दर्ज हैं (गंभीर धराये 27) , दूसरे स्थान पर कुशीनगर जनपद के खड्डा विधानसभा सीट से सुलाह्देव भारतीय समाज पार्टी के अशोक चौहान हैं जिनके ऊपर 19 मामले (गंभीर धराये 23) और तीसरे स्थान पर आज़ाद समाज पार्टी के गोरखपुर विधानसभा क्षेत्र से चन्द्र शेखर है जिनके ऊपर 16 मामले दर्ज (गंभीर धराये 22) है।
( नोट : उपर्युक्त क्रम गंभीर आईपीसी केस के आधार पर हैं )
8 उम्मीदवारों ने महिलाओं के ऊपर अत्याचार से सम्बन्धि मामले घोषित किये है इन 8 में से 2 उम्मीदवार ने अपने ऊपर बलात्कार (आईपीसी-376) से सम्बन्धित मामला घोषित किया है। 8 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या (आईपीसी-302) से सम्बन्धित मामले घोषित किये हैं। वही 23 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या का प्रयास (आईपीसी-307) से सम्बन्धित मामले घोषित किये हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के छठें चरण में 57 में से 37 (65 %) संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र है, जहाँ 3 या उससे अधिक उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये है।
हम करोड़पति उम्मीदवारों कि बात करे तो 670 में से 253 (38 %) छठें चरण में करोड़पति उम्मीदवार है। हमारे चुनाव में धनबल की भूमिका इस बात से स्पष्ट होती है कि सभी प्रमुख राजनीतिक दल धनी उम्मीदवारों को टिकट देते है
करोड़पति उम्मीदवार दलवार की बात करे तो समाजवादी पार्टी के 48 में से 45 (94 % ), बीजेपी के 52 में से 42 (81 %), बसपा के 57 में से 44 (77 %), कांग्रेस के 56 में से 26 (46 %), और 51 में से 14 (28 %) आप पार्टी के उम्मीदवार करोड़पति हैं। जिनकी घोषित संपत्ति रू 1 करोड़ से ज्यादा है।
सबसे ज्यादा संपत्ति घोषित करने वाले शीर्ष 3 उम्मीदवारों में से पहले स्थान में समाजवादी पार्टी के जनपद गोरखपुर से चिल्लूपार विधानसभा से उम्मीदवार विनय शंकर है जिन्होने अपनी संपत्ति 67 करोड़ बतायी है दूसरे स्थान पर जनपद अम्बेडकर नगर के जलालपुर विधानसभा सीट से समजवादी पार्टी के राकेश पांडेय है जिनकी संपत्ति 63 करोड़ हैं वहीं तीसरे स्थान पर बहुजन समाज पार्टी के जनपद बलिया के रसरा विधानसभा सीट से उमा शंकर सिंह है जिन्होने अपनी संपत्ति 54 करोड़ बतायी है।
उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 के छठें चरण में उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति रू 2.10 करोड़ है। वही 256 (38 %) उम्मीदवारों ने अपनी देनदारी घोषित की है जबकी 44 (7%) उम्मीदवारों ने अपना पैन विवरण घोषित नहीं किया हैं
उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के छठें चरण में 234 (35 %) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं के बीच घोषित की है। जबकि 382 (57 %) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की हैं। 6 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता डिप्लोमा धारक घोषित की हैं वहीं 44 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर और 3 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता असाक्षर घोषित की है। 1 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता घोषित नहीं की है
226 (34%) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 25 से 40 वर्ष के बीच घोषित की हैं, जबकि 346 (52%) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच घोषित की हैं 98 (15 %) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 61 से 80 वर्ष के बीच घोषित की हैं
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के छठें चरण में 65 (10%) महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैंI
धनबालियों और बाहूबालियों का होना चुनावी राजनीति का एक अहम हिस्सा होता जा रहा है उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच एडीआर द्वारा अब तक पांच चरणों की रिपोर्ट जारी की जा चुकी है आज उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए हो रहे निर्वाचन के छठें चरण की रिपोर्ट जारी की जा रही है इस रिपोर्ट के आधार पर निकल कर आया कि चुनावी प्रत्याशियों में बाहुबली और धनबलियो का प्रतिशत लगातार बढ़ता जा रहा है जो चिंता का विषय है यह बात उत्तर प्रदेश इलेक्शन बाद के प्रमुख संयोजक संजय सिंह ने छठें चरण की रिपोर्ट जारी करते हुए कहीं
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adr
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