युवाओं को कौशल में निपुण बनाएगा एसवीएसयू डॉ महेन्द्रनाथ

नई दिल्ली श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय एसवीएसयू ने ऑनलाइन माध्यम से अपनी दूसरी वर्षगांठ मनाई। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्ज्वलन एवं गीत के साथ की गई। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर आरएसराठौर ने सभी का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा विश्वविद्यालय कौशल के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रहा है। एसवीएसयू भारत का पहला सरकारी कौशल विश्वविद्यालय है जोकि हरियाणा सरकार ने दुधौलाए पलवल में स्थापित किया गया है। विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने इस अवसर पर जानकारी देते हुए बताया कि दूसरे स्थापना दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर भारत सरकार के माननीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री डॉ महेन्द्र नाथ पाण्डेयए कौशल विकास और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री श्री मूलचंद शर्मा और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व किक्रेटर श्री चेतन शर्मा शामिल हुए। इस अवसर पर कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री डॉ महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने वर्चुअल माध्यम से लखनऊ से सीधे कार्यक्रम में अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई। कोरोना महामारी के कारण लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान भी एसवीएसयू ने विद्यार्थियों और प्रशिक्षुओं को डिजिटल माध्यमों से कौशल प्रशिक्षण दिया। इस मुश्किल समय में भी विश्वविद्यालय ने आपदा को अवसर में बदला और विद्यार्थियों को नए.नए कौशल सीखने के लिए प्रेरित किया। यह हरियाणा के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है कि देश भर के विद्यार्थी इस विश्वविद्यालय से विभिन्न प्रकार के कौशल में निपुण होंगे। अपनी विशिष्टता के कारण बहुत कम समय में इस विश्वविद्यालय ने कौशल प्रशिक्षण के क्षेत्र में अपनी एक नई पहचान बनाई है एसवीएसयू विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने बताया कि विश्वविद्यालय के फेज.1 का निर्माण कार्य दिसंबर 2020 तक पूरा हो जाएगा। इसमें शैक्षणिक भवनए छात्रावासए प्रशासनिक भवन आदि बनकर तैयार हो जाएंगे और अन्य भवनों का निर्माण भी जारी रहेगा जो जल्द ही बनकर तैयार होंगे। एसवीएसयू विश्वविद्यालय ने लगभग 100 इंडस्ट्री के साथ एमओयू साइन किया है। इससे उद्योगों की मांग के अनुरूप युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जा सकेगा ताकि उद्योगों में बढ़ रहे स्किल गैप को आसानी से कम किया जा सके। यह विश्वविद्यालय छात्रों को राष्ट्रीय प्रमाणीकरण के अनुरूप प्रशिक्षण दे रहा है और कौशल प्रशिक्षण के सभी कार्यक्रम एनएसक्यूएफ की संरचना के अनुरूप तैयार किए गए हैं ताकि विद्यार्थियों के कौशल को अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिले। वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित करते हुए माननीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री डॉण् महेन्द्रनाथ पाण्डेय ने कहा किए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय राष्ट्र का पहला ऐसा विश्वविद्यालय है जहां विद्यार्थियों को स्किल से संबंधित पाठ्यक्रम करवाए जा रहे हैं। इस अवसर पर डॉण् महेन्द्रनाथ पाण्डेय ने विश्वविद्यालय में निर्मित मल्टी स्कीलिंग लैब का उद्घाटन भी किया। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय दौगुनी गति से हर प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहा है। डॉण् महेन्द्रनाथ पांडेय ने विश्वविद्यालय के विजन डॉक्यूमेंट में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तियों को ई.प्रमाण.पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि कौशल विश्वविद्यालय का पाठ्यक्रम इस प्रकार से तैयार किया गया है जिसमें विद्यार्थी पढ़ते.पढ़ते कमाई भी कर रहे हैं। इससे वे स्वरोजगार तो बन ही रहे हैं साथ ही परिवार का भरण पोषण भी कर रहे हैं। लगभग 100 से ज्यादा औद्योगिक ईकाइयों के साथ एमओयू पर उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू को बधाई दी। विभिन्न शैक्षणिक कार्यक्रमों के अंतगर्त बारह हजार से अधिक विद्यार्थियों को कौशल में निपुणता पर उन्होंने विश्वविद्यालय की सफलता बताया। उन्होंने आगे कहा किए मुझे विश्वास है कि ष्कौशल भारतए कुशल भारतष् का जो हमारा विजन है उसको सार्थक बनाने में यह विश्वविद्यालय अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। कार्यक्रम के दौरान कौशल विकास और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री श्री मूलचंद शर्मा ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं हरियाणा के मुख्यमंत्री माननीय मनोहर लाल जी का पलवल में विश्वविद्यालय स्थापित करने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ विद्यार्थियों में कौशल के गुण होने जरूरी हैं। इस अवसर पर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व किक्रेटर श्री चेतन शर्मा ने कहा कि यह बड़े ही हर्ष का विषय है कि विद्यार्थी पढ़ाई के साथ साथ कमा भी रहे हैं इससे विद्यार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने इस दौरान सभी अतिथियों का ऑनलाइन माध्यम से जुड़ने पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने जिस मिशन के तहत इस विश्वविद्यालय की स्थापना की है उसके तहत विश्वविद्यालय कार्य कर रहा है। हमारा लक्ष्य प्रदेश व राष्ट्र के युवाओं को कौशल के क्षेत्र मे निपुण बनाना है जिससे विद्यार्थी रोजगार लेने के साथ.साथ रोजगार देने वाले भी बनें। इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय की संपूर्ण गतिविधियों की जानकारी से सभी को अवगत करवाया। श्री राज नेहरू ने कहा कि कौशल को शोध के साथ शामिल किया गया है। विश्वविद्यालय उद्योगों के साथ मिलकर नए.नए कॉपीराइटस एवं पेटेंट पर कार्य कर रहाइस विश्वविद्यालय में विद्यार्थी थ्रीडी टेक्नोलॉजीए स्मार्ट सेंसरए एडवांस रोबोटिक्सए बिग डेटा एनालिटिक्सए 3डी प्रिटिंगए क्लाउंड कम्यूटिंगए लोकेशन डिटेक्शनए रोबोटिक्स से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी नई.नई तकनीकें सीख रहे हैं। इतना ही नहींए विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर कार्य करने वाले छात्रों को विश्वकर्मा अवॉर्ड दिया जा रहा है। हाल ही के दिनों में इनोवेटिव पैडागोजी के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वालों शोधार्थियों को यह अवार्ड हरियाणा के मुख्यमंत्री माननीय मनोहर लाल खट्टर के द्वारा दिया गया। कौशल के क्षेत्र में शोध कार्यों को बढ़ावा देने के लिए पीएचडी की भी शुरूआत की गई है। इससे विद्यार्थियों को शोध के क्षेत्र में नई उपलब्धि हासिल होगी। इसके अलावाए उद्योग इंड़स्ट्री को अप्रेंटिसशिप इंटीग्रेटेड ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि रोजगार एवं आजीविका के अधिक अवसर पैदा किए जा सके।

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