• प्लंबिंग वर्कफोर्स के लिए सभी स्वास्थ्य एवं सुरक्षा दिशानिर्देश

हुज़ैफ़ा 
 गृह मंत्रालय ने बताया कि ऐसे क्षेत्र जो हॉट-स्पॉटक्लस्टर्स कंटेनमेंट ज़ोन में नहीं आते उनमें कुछ गतिविधियों की अनुमति दी जा रही है।हालांकि ये छूट कंटेनमेंट ज़ोन में लागू नहीं होगी। इस आदेश की अगले क्रम में सरकार ने अर्थव्यवस्था को बल देने तथा अन्य ज़रूरी सेवाओं के संचालन के लिए कुछ आर्थिक गतिविधियों की अनुमति दी है।ऐसे मुश्किल समय में पाइपलाइन जैसी आवश्यक सेवाओं की आवश्यकता का संज्ञान लेते हुए,कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के तत्वावधान में स्किल इंडिया कार्यक्रम से जुड़ी इंडियन प्लंबिंग स्किल काउंसिल ने 900 से अधिक प्लंबर का एक डेटाबेस तैयार किया है, जो देश भर में लॉकडाउन अवधि के दौरान अपनी सेवाएं प्रदान करने के लिए तैयार हैं। इसके अतिरक्त इंडियन प्लंबिंग स्किल काउंसिल ने अपने संबद्ध प्रशिक्षण साझेदारों से अनुरोध किया है कि वे भोजन तथा अन्य ज़रूरी सामानों के वितरण एवं आपूर्ति का संचालन करें। आईपीएससी ने इसके लिए कुल 70 खाद्य वितरण केन्द्रों एवं आइसोलेशन सेंटर्स को चिन्हित किया है। कड़े स्वास्थ्य एवं सुरक्षा मानदंडों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए,आईपीएससीने विशेषज्ञों की देख-रेख में प्लंबर्स की सुरक्षा के लिए भी दिशानिर्देशों को मसौदा तैयार किया है। इन दिशानिर्देशों में यह साफ़ इंगित किया गया है कि कार्य के दौरान इन प्लंबर्स को आवासीय भवनों, अपार्टमेंटअस्पतालआइसोलेशन सेंटर्सवाणिज्यिक परिसरों एवं अन्य प्रतिष्ठानों में क्या करना है और क्या नहीं। जो निम्नलिखित रूप से इस प्रकार हैं-
1.      सोशल डिस्टेंसिंग का सदैव पालन करें
2.      अपने सभी सामानों, औजारों एवं अन्य उपकरणों को साफ़ करते रहें
3.      कैशलेस ट्रांजेक्शन को प्राथमिकता दें
4.      उपयोग में लायी गई बेकार चीजों को नष्ट कर दें
5.      उपभोक्ता को संकट के समय में तैयार रहने के लिए शिक्षित करें

कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडे ने कहा, कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की इस जंग में इंडियन प्लम्बिंग स्किल्स काउंसिल ने अपने दिशानिर्देशों के माध्यम से जो पहल की है, वह एक स्वागत योग्य कदम है। उन्होंने कहा कि ऐसे मुश्किल हालात में हमें एक साथ मिलकर कार्य करने की ज़रुरत है। साथ ही हमें अपने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी तथा इस जंग में फ्रंटलाइन वारियर्स की भूमिका निभा रहे सभी लोगों के प्रयासों का समर्थन करना चाहिए, जो इस विषम परिस्थिति में जान को जोखिम में इस महामारी से लड़ रहे हैं।श्री पाण्डेय ने कहा कि हमें प्रधानमंत्री जी द्वारा बताए गए 7 उपायों का भी अक्षरशः पालन करने की ज़रुरत है, जो इस घातक बीमारी से लड़ने में हमारी सहायता करेंगे। इंडियन प्लंबिंग स्किल काउंसिल के अध्यक्ष डॉ० राजेंद्र के० सोमानी ने कहा, '' हमारे लिए भारतीय नागरिकों की सेहत और सुरक्षा सर्वोपरि है। प्लंबिंग वर्कफोर्स राष्ट्र के स्वास्थ्य की रक्षा करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने बताया कि सभी दिशानिर्देशों प्लंबिंग वर्कफोर्स को सतर्क एवं विभिन्न उपायों के प्रति जागरुक करने के लिए बनाये गए हैं,  जिसका पालन सभी को करना होगा,जिससेहमें कोरोना महामारी के प्रसार को नियंत्रित करने में सहायता मिलेगी। भारत में प्लंबिंग क्षेत्र अत्यधिक असंगठित है, जोकि मुख्य रूप से संविदा एवं प्रवासी कार्यबल पर निर्भर है। इस क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ठेकेदारउत्पाद निर्माता एवंप्लंबिंग सलाहकारों का किसी भी संगठन द्वारा प्रतिनिधित्व नहीं किया जाता है। इसलिए आईपीएससी की स्थापना कुशल कार्यबल की मांग और आपूर्ति के बीच के अंतर को समाप्त करने केउद्देश्य से की गई थी।इस अंतर को कम करने के लिए कौशल विकास द्वारा व्यावसायिक दक्षता में उत्कृष्ट वर्कफोर्स का निर्माण किया जारहा है जिससे प्लंबिंग समुदाय को कुशल वर्कफोर्स उपलब्ध कराई जा सकेवर्तमान मेंपूरे भारत में आईपीएससीके लगभग  230 प्रशिक्षण केंद्र, 250 प्रमाणित प्रशिक्षक और 85 प्रमाणित मूल्यांकनकर्ता हैं|  आईपीएससी देश में, प्लंबिंग क्षेत्र में इको-सिस्टम को मज़बूत एवं बेहतर बनाने के साथ ही स्किल इंडिया मिशन तथा अन्य संबंधित महत्वपूर्ण गतिविधियों पर लगातार काम कर रहा है।

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