इंडिया-चाइना हेल्थकेयर समिट का अपोलोमेडिक्स में आयोजन

चाइनीज हेल्थ केयर इंडस्ट्री के 25 प्रतिनिधि हुए शामिल

लखनऊ,  अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल में आज इंडिया-चाइना हेल्थकेयर समिट का आयोजन हुआ। चाइना सरकार द्वारा स्थापित चाइनीज हेल्थ केयर इंडस्ट्री के 25 शीर्ष अधिकारियों ने अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल लखनऊ का दौरा किया।  प्रतिनिधिमंडल उन तीन अस्पतालों से कार्यशैली की जानकारी लेने के लिए भारत आए जिन्होंने शहरों में स्वास्थ्य गुणवत्ता के उच्च मानकों को पूरा करने के सफल मॉडल बनाए हैं और अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल उन सफल अस्पतालों में से एक है जो चीनी सरकार और प्रतिनिधिमंडल की जिज्ञासा को आकर्षित करने में कामयाब रहा और इस दौरे के लिए चीनी प्रतिनिधिमंडल द्वारा चयन किया गया उत्तर भारत का एकमात्र अस्पताल है।
माइंडरे के मैनेजिंग डायरेक्टर और इस मिशन के चीफ डीन ज़ेंग, ने कहा “हम निजी स्वास्थ्य सेवाओं का अनुभव करने और भारत में निजी स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश  के लिए तत्पर हैं,  हम भारत और चीनी सरकार के सहयोग के साथ निजी स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देना चाहते हैं।  हम इस तथ्य से अत्यधिक प्रभावित थे कि अपोलोमेडिक्स अस्पताल ने इतने कम समय में उन्नत स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने पर सभी मानकों को पार कर लिया है।”
अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल के चेयरमैन डॉ. सुशील गट्टानी ने कहा कि अपोलोमेडिक्स अस्पताल की ओर से चीनी प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करता हूं। यह एक अच्छा अवसर है कि चाइनीज प्रतिनिधिमंडल भारतीय और चाइनीज सरकार के सहयोग के साथ  निजी स्वास्थ्य सेवाओं  को बढ़ावा देना चाहते हैं और निश्चित रूप से हम इसमें उनका पूरा सहयोग करेंगे।”
अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल के एमडी और सीईओ डॉ. मयंक सोमानी जिन्होंने कम कीमत पर गैर-मेट्रो शहर में उन्नत देखभाल सेवाओं को लाने और इसे सफलतापूर्वक चलाने की चुनौतियों पर प्रतिनिधिमंडल को अवगत कराया। उन्होंने इस दौरे में अपोलोमेडिक्स का चयन करने के लिए प्रतिनिधिमंडल और चीनी सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने दोनों पक्षों द्वारा संभावित सहयोग और निवेश की संभावना का स्वागत किया और कहा “यह अवसर दोनों देशों के बीच और संभवतः दुनिया में सबसे बड़ी स्वास्थ्य देखभाल सहयोग की संभावना के लिए ठोस नींव बनाने का काम करेगा। डॉ. मयंक सोमानी ने आगे कहा कि“यह अवसर दोनों देशों के बीच और संभवतः दुनिया में सबसे बड़ी स्वास्थ्य देखभाल सहयोग की संभावना के लिए ठोस नींव बिछाने का काम करेगा। एक उद्योग के रूप में भारतीय स्वास्थ्य सेवाओं की सफलताओं ने सभी संभावित स्वास्थ्य सम्बंधित सहयोगों को समझते हुए सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को आकर्षित किया है।”

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