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नारायणा हेल्थ सिटी जटिल हृदय और फेफड़े के प्रत्यारोपण मामलों में अग्रणी

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लखनऊ नारायणा हेल्थ सिटी, जो उन्नत कार्डियोथोरेसिक देखभाल और अंग प्रत्यारोपण में एक प्रमुख नाम है, ने आज लखनऊ में एक ऐतिहासिक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस अवसर पर चार प्रमुख चिकित्सकों, डॉ. अदिति सिंहवी, डॉ. सैयद तौसीद, डॉ. बगीरथ आर, और डॉ. जूलियस पुनन ने दो जटिल केस स्टडीज़ पर चर्चा की, जो संस्थान की रोगी देखभाल, अत्याधुनिक चिकित्सा उपचार, और अंग प्रत्यारोपण की जटिलताओं में उत्कृष्टता को उजागर करते हैं। पहला केस एक 66 वर्षीय पुरुष रोगी का था जो कानपुर से था। इस रोगी को एंजियोप्लास्टी (Angioplasty) कराई गई थी, लेकिन उसके इजेक्शन फ्रैक्शन (ejection fraction) में गंभीर कमी (25%) बनी रही, जिसके कारण वह कार्य नहीं कर पा रहे थे और बार-बार अस्पताल में भर्ती होने की समस्या थी। एक पूरी जांच के बाद, डॉ. अदिति सिंहवी की अगुवाई में नारायणा हेल्थ सिटी, बेंगलुरु के एडल्ट हार्ट फेलियर और ट्रांसप्लांट कार्डियोलॉजिस्ट की मेडिकल टीम ने यह निष्कर्ष निकाला कि रोगी को हार्ट ट्रांसप्लांट की आवश्यकता है। मानक प्रोटोकॉल के अनुसार, रोगी को हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए उम्मीदवार के रूप में पंजीकृत किया गय...
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एक्सिस बैंक उत्तर प्रदेश की विकास गाथा में योगदान कर रहा लखनऊ देश में निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंकों में से एक एक्सिस बैंक उत्तर प्रदेश (यूपी) के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को लेकर अडिग है। इसी क्रम में कदम उठाते हुए बैंक इस प्रदेश में अपनी मौजूदगी का तेजी से विस्तार करते हुए अधिक से अधिक लोगों को मजबूत बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, ताकि राज्य को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में बदलने के विजन का समर्थन किया जा सके। उत्तर प्रदेश में 492 शाखाओं और 1,327 एटीएम के मजबूत नेटवर्क और लखनऊ में 53 शाखाओं और 169 एटीएम के साथ, बैंक ने राज्य में लाखों ग्राहकों के लिए एक विश्वसनीय वित्तीय भागीदार के रूप में खुद को स्थापित किया है। एक्सिस बैंक की महानगरों में कुल 135 शाखाएँ, शहरी और अर्ध शहरी क्षेत्रों में क्रमशः 154 और 128 शाखाएँ हैं; और ग्रामीण/बैंक रहित क्षेत्रों में 75 शाखाएँ हैं। वंचित ग्रामीण समुदायों को बैंकिंग सेवाएँ प्रदान करने के उद्देश्य से, इसने राज्य में 31,880 से अधिक ग्राम स्तरीय उद्यमियों (वीएलई) को शामिल किया है। बैंक ने बैंकिंग उद्योग में महिला नेतृत्व के महत्व को...

अपोलोमेडिक्स अस्पताल ने मरीज के लिवर से निकाला फुटबॉल के आकार का ट्यूमर

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- जटिल सर्जरी में हटाए एक साथ चार न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर लखनऊ अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने एक जटिल सर्जरी में बड़ी उपलब्धि दर्ज की है। अस्पताल के डॉक्टरों ने मरीज के लिवर से फुटबॉल के आकार का करीब 3 किलोग्राम का न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर सफलतापूर्वक निकाल दिया। डॉ. आशीष मिश्रा, सीनियर कंसल्टेंट, लिवर ट्रांसप्लांट एवं एचपीबी सर्जन, की अगुवाई में एक लंबी और कठिन सर्जरी के दौरान मरीज के शरीर से चार ट्यूमर हटाए गए। डॉ आशीष मिश्रा ने बताया, "जटिल और दुर्लभ सर्जरी के जरिए निकाले गए ट्यूमर्स में यह ट्यूमर देश और प्रदेश में सबसे बड़े ट्यूमर्स में से एक है। यह न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर्स में से भी सबसे बड़ा ट्यूमर माना जाता है। इस ट्यूमर का आकार इतना बड़ा होने का कारण यह है कि ऐसे ट्यूमर्स में लक्षण बहुत देर से दिखते हैं। इस मरीज़ में लक्षण दिखने के बाद भी वह लंबे समय तक विभिन्न अस्पतालों में इलाज के लिए जाता रहा। मरीज़ की जान को इस ट्यूमर से बड़ा खतरा था, क्योंकि अगर और इंतजार किया जाता तो ट्यूमर और फैल सकता था, जिससे ऑपरेशन असंभव हो जाता।" रोगी पिछले दो सालों से विभि...

रेखा रस्तोगी की "ज़रीबंध" प्रदर्शनी का शुभारंभ

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"ज़रीबंध" प्रदर्शनी में बिखरा बनारसी साड़ियों का जादू लखनऊ, नवाबों के शहर लखनऊ में बनारसी साड़ियों का जादू बिखरने के लिए श्रीमती रेखा रस्तोगी द्वारा "ज़रीबंध" एग्जिबिशन का शुभारंभ मंगलवार को हयात रीजेंसी लखनऊ में हुआ। एग्जिबिशन का शुभारंभ श्रीमती आराधना शुक्ला रिटायर्ड आईएएस द्वारा दी प्रज्वलन के साथ हुआ। यह प्रदर्शनी 4 दिसंबर, यानी बुधवार तक रात 8:30 बजे तक चलेगी। इस प्रदर्शनी में 80 वर्षों से बनारसी सिल्क की दुनिया में राज कर रहे रस्तोगी बनारसी सिल्क हाउस की अद्वितीय कृतियां प्रदर्शित की जाएंगी। श्रीमती रेखा रस्तोगी, जो रस्तोगी बनारसी सिल्क हाउस और शेरोवाली कोठी प्रतिष्ठान की प्रमुख हैं, इस प्रदर्शनी के माध्यम से बनारसी साड़ियों, सूट्स, दुपट्टे और लहंगों को एक नए रूप में पेश कर रही हैं। पारंपरिक बनारसी सिल्क को आधुनिक डिजाइनों के साथ जोड़कर उन्होंने एक ऐसा संग्रह तैयार किया है जो हर उम्र की महिलाओं को लुभा रहा है। रस्तोगी बनारसी सिल्क हाउस के रेगुलर कस्टमर्स में बॉलीवुड, उद्योग जगत और पॉलिटिकल सर्किल की कई नामी हस्तियां भी शामिल हैं। इनमें हेमा मालिनी, रीत...

स्टोक से हर दिन तीन मौते चिंता का विषय:डा.ठक्कर

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'मिशन ब्रेन अटैक का लखनऊ चैप्टर में स्टोक के खतरें को कम करने पर चर्चा लखनऊ। देश में हर दिन तीन मौते स्टोक से होती है, इन मौतों को जागरुकता से रोका जा सकता है। यह बाते मेदांता अस्पताल के न्यूरो सर्जन डा ठक्कर ने कहीं। इस सेमीनार में इंडियन स्ट्रोक एसो ने मिशन ब्रेन अटैक लॉन्च किया है, जिसका उददेश्य स्ट्रोक की रोकथाम, तत्काल उपचार और पुनर्वास के मामलों में स्वास्थ्य पेशेवरों की जागरूकता, शिक्षा और प्रशिक्षण को पहले से बेहतर बनाना है। अभियान ईच वन टीच वन पूरे भारत में स्ट्रोक के मामलों में खतरनाक वृद्धि की ओर इशारा करता है। देश में स्ट्रोक की देखभाल में सुधार के लिए विशेष प्रशिक्षण और संसाधनों की आवश्यकता पर जोर देता है। स्ट्रोक देशभर में लोगों की मौत और विकलांगता के प्रमुख कारणों में से एक है, जो सालाना लगभग 1.8 मिलियन लोगों को प्रभावित करता है। मृत्यु दर का दूसरा सबसे आम कारण और विकलांगता का तीसरा प्रमुख कारण होने के कारण, स्ट्रोक का देश की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है। इसके बावजूद स्ट्रोक के लक्षणों और समय पर इसका उपचार करने के बारे में जागरूकता का स्...

महिलाओं की प्रजनन क्षमता और गर्भावस्था पर डायबिटीज का प्रभाव

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर अग्न्याशय द्वारा बनाए गए इंसुलिन की मदद से, शर्करा और स्टार्च को ऊर्जा में परिवर्तित नहीं कर पाता। जब ये शर्करा टूट नहीं पाती और कोशिकाओं द्वारा अवशोषित नहीं होती तो ये रक्त में ही रह जाती है जिससे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। डायबिटीज को मुख्य रूप से तीन प्रकारों में बांटा जा सकता है: टाइप 1 टाइप 2 और गर्भकालीन डायबिटीज। डॉ. क्षितिज मुरडिया, सीईओ और सह-संस्थापक इंदिरा आईवीएफ के अनुसार, टाइप 1 डायबिटीज में अग्न्याशय बहुत कम या बिल्कुल भी इंसुलिन नहीं बनाता जिससे शरीर रक्त शर्करा का उपयोग ऊर्जा के रूप में नहीं कर पाता। इसे नियमित इंसुलिन इंजेक्शन के जरिए नियंत्रित करना पड़ता है। टाइप 2 डायबिटीज में शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति प्रतिरोधक हो जाती हैं जिससे शरीर मौजूद इंसुलिन का उपयोग कर रक्त शर्करा को ऊर्जा में नहीं बदल पाता। इसे स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम से नियंत्रित किया जा सकता है लेकिन कई बार इसे दवाओं से भी प्रबंधित करना पड़ता है जो इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाती हैं। टाइप 2 डायबिटीज टाइप 1 की तुलना में अधिक सामान्य है। गर्भकालीन...

संविधान बचाने एवं निजी क्षेत्र में आरक्षण के लिए होगा बड़ा आंदोलन: भवन नाथ पासवान

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एस सी/एस टी में उपवर्गीकरण को संविधान संशोधन से रोका जाए: भवन नाथ पासवान जातीय जनगणना कर सरकार सभी संस्थाओ में अनुपातिक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करे लखनऊ। संविधान बचाने एवं निजी क्षेत्र में आरक्षण के लिए बड़ा आन्दोलन किया जाएगा। अपने अधिकार के लिए समाज को संगठित होकर संघर्ष करना होगा। यह बातें डॉ अम्बेडकर राष्ट्रीय एकता मंच के 12वां राष्ट्रीय अधिवेशन में लखनऊ रवींद्रालय सभागार में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भवन नाथ पासवान ने कहीं। राष्ट्रीय अधिवेशन समारोह का प्रारंभ तथागत बुद्ध एवं बोधी सत्य साहब डॉ अम्बेडकर के प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित एवं दीप जलाकर बुद्ध वंदना एवं त्रिशरण पंचशील से हुई। संगठन के राष्ट्रीय संरक्षक पूर्व आईएएस राम बहादुर ने राष्ट्रीय अधिवेशन कार्यक्रम का उदघाटन किया। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भवननाथ पासवान ने कहा कि आज डॉ अम्बेडकर राष्ट्रीय एकता मंच पूरे भारत में एक अलग पहचान बनाते हुए इस अधिवेशन देश के 26 प्रदेशों के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए और विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा में कहा कि भारतीय संविधान से छेड़छाड़ करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए ...